Sunday, June 22, 2008

२१ जून २००८ शनिवार

बहुचर्चित पीर सिंह राजपुरोहित हत्याकांड का पर्दाफाश
दिनाक २४-०५-०८ की सुबह करीब ८ बजे श्री बख्तावर सिंह राजपुरोहित ने फोन पर पुलिस थाना बालोतरा पर सुचना दी कि ** रात्रि मे ग्राम मन्णावास मे पीर सिंह राजपुरोहित के घर मे सोते हुवे को किसी ने गोली मरकर ह्त्या कर दी है वगैरा पर थानाधिकारी पुलिस थाना बालोतरा व् वृताधिकारी बालोतरा मोके पर पहुचे हत्या की ख़बर फैलते ही राजपुरोहित समाज के लोगो मे आक्रोश पैदा हो गया जैसे ख़बर फैलती गई मन्णावास, माजीवाला, जसोल, बालोतरा, कालुडी, आदी गाँवो के साथ साथ जिला बाड़मेर, जालोर, जैसलमेर, जोधपुर,पाली के राजपुरोहित जाती के लोग एकत्रित हो गए। उक्त सुचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिव राज मीणा मोके पर पहुचे तब तक मोके पर हजारो लोगो की संख्या मे भीड़ एकत्रित हो चुकी थी। इसी दरम्यान मोके पर मृतक पीर सिंह के छोटे भाई बाबु सिंह ने भगवत सिंह राजपूत सरपंच माजिवाला, सूरजभान सिंह राजपूत नि० दाखा, सवाई सिंह सोढा नि० हाउंसिन्ग बोर्ड बालोतरा द्वारा गवाह माल सिंह व् पुखराज सिंह राजपुरोहित के सामने गोली मारकर ह्त्या करने के आरोप लगाकर उपरोक्त लोगो के विरुद्ध नामजद प्रथम सुचना रिपोर्ट पेश की जिस पर मुकदमा नंबर ३०१/०८ धरा १४३,४५८,३०२ भा० द० स० मे दर्ज कर अनुसन्धान प्रारम्भ किया गया।
भगवत सिंह राजपूत वगैरा द्वारा ह्त्या की ख़बर ने आग मे घी डालने का कम किया ओउर राजपूत व् राजपुरोहित समाज के लोग आमने सामने हो गए। राज्पुरोहितो ने पीर सिंह की ह्त्या की घटना को मनोहर सिंह द्वारा दिनाक १६-०४-०८ को राजपुरोहित युवती के साथ छेड़छाड़ के घटना से जोड़कर बदले की कार्यवाही बताया जिससे ओउर आक्रोश बढ़ा व् मृतक की लास का पोस्ट मार्टम हेतु नाहटा हॉस्पिटल बालोतरा लाइ गई तो लास के साथ राजपुरोहित समाज के लोग करीब ५-६ हजार एकत्रित हो गए नामजद आरोपियों के गिरफ्तारी के मांग को लेकर बालोतरा बंद करवाया व् रेल रोकी गई व् कानून व्यवस्था बिगाड़ने जैसे हालत पैदा किए। समझाईस कर पोस्ट मार्टम करवाया गया मगर लास नही उठाई, हालत देख मन पुलिस अधीक्षक भी बालोतरा पहुचा श्रीमान महानिरीक्षक पुलिस रेंज जोधपुर व् संभागीय आयुक्त महोदया जोधपुर संभाग भी बालोतरा पधारे व् राजपुरोहित समाज के लोगो से वार्ता की व् समझाईस की एवं अनुसंधान हेतु श्री शिव राज मीणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के नेतृतव मे श्री धर्मेन्द्र सागर वृताधिकारी प्रतापनगर जोधपुर, श्री चंद्र शेखर पालीवाल उप निरीक्षक अपराध सहायक बाड़मेर, श्री हरजी राम उप निरीक्षक थानाधिकारी कल्यानपुर व् श्री जगदीश विश्नोई उप निरीक्षक कोतवाली थाना जिला जालोर का विशेष दल का गठन किया गया। दुसरी तरफ़ राजपूत समाज के लोगो द्वारा भी पीर सिंह ह्त्या कांड मे निर्दोश लोगो के नामजद रिपोर्ट लिखवाने के कारण विरोध सवरूप ज्ञापन दिए व् सही अनुसन्धान कि मांग की।
विशेष दल के गठन के बाद श्रीमान महारिक्षक पुलिस महोदय एवं संभागीय आयुक्त महोदया द्वारा दिए गए आशवासन पर मृतक पीर सिंह की लास दुसरे दिन दिनाक २५-०५-०८ को मोर्चरी रूम से उठाई व् अन्तिम संस्कार किया। विशेष टीम द्वारा अनुसंधान अधिकारी श्री शिव राज मीणा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के कुशल नेतृतव मे दिन रात एक कर अनुसन्धान किया। अनुसन्धान के दोरान सामने आए हर एक बिन्दु का बारीकी से छान बीन की। नामजद आरोपियों के साथ साथ संदेह के घेरे मे आए हर एक व्यक्ति की बात की तस्दीक़ करते हुवे आज दिनाक २१-०६-०८ को मृतक पीर सिंह के काकाई भतिज हनुमान सिंह पुत्र श्री माधो सिंह राजपुरोहित उम्र २५ साल नि० रेवाडा सोढा को सक के दायरे मे आने पर दसत्याब कर पूछताछ की गई तो उतर प्रदेश के भैया (पंडीत) नाम के व्यक्ति के मार्फ़त ३० हजार मे ७.६५ एम् एम् पिस्टल सूरत मे खरीदना तथा इसके बाद सूरत से घार आकर १०-१५ दिन बाद मोका देखकर आंधी का फायदा उठाकर पीर सिंह के घर जाकर पीर सिंह के गोली मारकर ह्त्या करना मुलजिम ने बताया है। घटना मे प्रयुक्त हथियार की बरामदगी हेतु पूछताछ जार है। घटना करीत करने के मुख्या कारण मृतक पीर सिंह द्वारा मुलजिम हनुमान सिंह के परिवार पर दबाव बनाया, सगाई संबंधो मे रोडे अटकाना व् हुकूमत चलाने आदि रहे है। विस्तृत अनुसन्धान जारी है।

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